श्री गौतम स्वामी व्रत
“…श्री गौतम स्वामी व्रत…” मंगलं भगवान् वीरो, मंगलं गौतमो गणी। मंगलं कुंदकुंदाद्यो, जैन धर्मोऽस्तु मंगलम्।।१।। आज से लगभग २५६४ वर्ष पूर्व श्री इन्द्रभूति ब्राह्मण ने इन्द्र की प्रेरणा से राजगृही में भगवान महावीर के समवसरण के दर्शन किये। मानस्तंभ के दर्शन से ही उनका मान गलित हो गया और वे उसी क्षण सम्यग्दृष्टी बन गये।…