Final Result 30-11-24 Final Paper With Answers
कहानी – चारों अनुयोगों की (आर्यिका चंदनामति माता जी द्वारा)
नंदीश्वर विधान (आर्यिका चंदनामति माता जी द्वारा)
श्री पुष्पदंतनाथ विधान 01. श्री पुष्पदंतनाथ स्तोत्र 02. श्री अर्हंत पूजा 03. भगवान श्री पुष्पदंतनाथ जिनपूजा 04. बड़ी जयमाला
बड़ी जयमाला —दोहा— घाति चतुष्टय घातकर, प्रभु तुम हुए कृतार्थ। नव केवल लब्धी रमा, रमणी किया सनाथ।।१।। चाल—हे दीनबन्धु श्रीपति………. प्रभु दर्श मोहनीय को निर्मूल किया है। सम्यक्त्व क्षायिकाख्य को परिपूर्ण किया है।। चारित्रमोह का विनाश आपने किया। क्षायिक चारित्र नाम यथाख्यात को लिया।।२।। संपूर्ण ज्ञानावरण का जब आप क्षय किया। वैवल्य ज्ञान से त्रिलोक…
पूजा नं. 2 भगवान श्री पुष्पदंतनाथ जिनपूजा -अथ स्थापना (गीता छंद)- श्री पुष्पदंतनाथ जिनेन्द्र त्रिभुवन, अग्र पर तिष्ठें सदा। तीर्थेश नवमें सिद्ध हैं, शतइन्द्र पूजें सर्वदा।। चउज्ञानधारी गणपती, प्रभु आपके गुण गावते। आह्वान कर पूजें यहाँ, प्रभु भक्ति से शिर नावते।। ॐ ह्रीं श्रीपुष्पदंतनाथतीर्थंकर! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं श्रीपुष्पदंतनाथतीर्थंकर! अत्र तिष्ठ तिष्ठ…
पूजा नं. 1 श्री अर्हंत पूजा स्थापना—गीता छंद अरिहंत प्रभु ने घातिया को घात निज सुख पा लिया। छ्यालीस गुण के नाथ अठरह दोष का सब क्षय किया।। शत इंद्र नित पूजें उन्हें गणधर मुनी वंदन करें। हम भी प्रभो! तुम अर्चना के हेतु अभिनन्दन करें।।१।। ॐ ह्रीं अर्हन् नम: हे अर्हत्परमेष्ठिन्! अत्र अवतर अवतर…