उदर कृमि (पेट के कीड़े) लक्षण — पेट में दर्द, दाँत किटकिटान, कब्ज रहना, दस्त हो जाना, जी मचलना, पेट में तनाव इत्यादि लक्षण होते हैं। उपचार: १. शिशुओं के पेट के कीड़ों के लिए माँ के दूध में एक—डेढ़ ग्राम कबीला मिलाकर शिशु को सेवन करायें। २. बाय बिडिंग, सेंधा नमक, त्रिफला और खाने…
कुदरती तरीकों से पाएं पीलिया से राहत पीलिया एक ऐसा रोग है जिसमें रोगी की आंखें, त्वचा, पेशाब, पसीना, कपड़े सभी पीले हो जाते हैं। रोगी को बुखार भी रहता हैं। यह यकृत (लीवर) की बीमारी है। लीवर शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि होती है। इसमें से एक रस निकलता है उसे पित्त कहते हैं…
इन्हें खाएं , सर्दी दूर भगाएं सर्दी आते ही बहुत से लोग डरने लगते हैं क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण उन्हें बार बार जुकाम खांसी सर्दी पकड़ने लगती है। जरा सा एक्सपोज होने पर सर्दी उन्हें जकड़ लेती है। अगर आप भी परेशान हैं और बार—बार बीमार नहीं पड़ना चाहते तो नीचे…
ऐलोवेरा : एक आयुर्वेदिक दवा स्वास्थ्य और त्वचा की समस्याओं को दूर करने के लिए एलोवेरा आयुर्वेदिक दवाओं के रूप में प्रयोग किया जाता है। ऐलोवेरा को आप चाहे तो अपनी त्वचा पर ऐसे ही लगा सकती हैं या फिर किसी अन्य सामग्री के साथ मिला कर घर पर प्रयोग कर सकती हैं। अगर आपके…
गेहूँ के जवारे से सेहत फिट वीट ग्राहस (गेहूँ के जवारे) को काटीलेडन कहा जाता है। यह एक जादुई भोजन है, जिसे जूस या पाउडर दोनों तरीके से लिया जा सकता है। वीट ग्रास को १९३० में भोजन के रूप में शामिल किया गया था। १९४० आते—आते यह लोगों को उपलब्ध होने लगी। स्वास्थ्य से…
रोग एवं दवाइयाँ गर्भिणी स्त्री (गर्भावस्था) में बवासीर हेतु गर्भ की अवस्था में स्त्री को शौच (पाखाना) साफ होता रहे यह ध्यान रखना चाहिए। इस हेतु मुनक्का (बड़ी दाख) बीजेें निकालकर २५० ग्राम जल में धीमी अग्नि से उबालो चौथाई शेष रहने पर उतार कर मसलकर छानकर मिला दो। इससे दस्त होता है। ताकतवर भी…