आटे का मुर्गा पढ़ें
यशोधर चरित्र पर लिखा गया यह उपन्यास हिंसा के दुष्परिणाम को बताने वाला है | आटे का मुर्गा बनाकर उसकी बलि करना भी कितने महान पाप बंध का कारण बना | यह अति रोमांचक कथानक है |
आज जो प्रतिदिन हिंसा करके घोर पाप का बंध कर रहे हैं उनके लिए यह उपन्यास प्रेरणा प्रदान करता है कि जब एक आटे के मुर्गे की बलि देने पर राजा यशोधर को भव- भव में इतना दुख उठाना पड़ा तो जो रोज जीवों को मारते हैं उनकी क्या गति होगी |