न्यायालयों के निर्णय!
न्यायालयों के निर्णय जैनधर्म की प्राचीनता और स्वतन्त्रता के विषय में समय—समय पर अदालतों में पेश किए गए देश की उच्चतम एवं प्रदेशों की उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों ने निष्पक्ष होकर जैनधर्म के बारे में जो अपने सटीक निर्णय प्रस्तुत किए थे, उनकी संक्षिप्त जानकारी यहाँ दी जा रही है— १९२७—मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा…