वायव्य कोण का महत्व!
वायव्य कोण का महत्व नारायण श्री कृष्ण ने अपने मुखारविन्द से वास्तु शास्त्र में भूखण्ड, फ्लैट, बंगला, कोठी आदि में उत्तर पश्चिम की जहाँ संधि होती है उस कोण को वायव्य कोण कहा है। वायव्य कोण की जानकारी देते हुए बताया गया है कि वायव्य कोण का अधिपत्य वायुदेव और ग्रह चंद्र हैं। इनका प्रभाव…