कमण्डलु!
कमंडलु– दिगम्बर जैन साधुओ के शौच का उपकरण,काठ य नारियल से निर्मित पात्र को कमंडलु कहेते है”
कमंडलु– दिगम्बर जैन साधुओ के शौच का उपकरण,काठ य नारियल से निर्मित पात्र को कमंडलु कहेते है”
नवधाभक्ति— 1.पड़गाहन,2 उच्चासन पर विराजमान करना,4 पादप्रक्षालन,5 पूजन करना, नमस्कार करना, 6 मनशुद्धि, 7 वचनशुद्धि,८ कायशुद्धि,आहार जल शुद्ध है “”
[[चारणमुनि]] चारणऋद्धिधारी मुनि जो भूमि पर नहीं चलते है,आकाश में विहरण करते है”
[[श्रेणी:विक्रियाऋद्धि]] जिस क्रिया से अपना रूप परिवर्तन कर सके”मनुष्य और देवता विक्रिया से अपना शरीर छोटा या बड़ा बनाते है”जैसे-विष्णु कुमार मुनि ने वामन का रूप धारण कर अकंपनाचार्य आदि सातसोेै मुनियों का उपसर्ग दूर किया था”तभी से रक्षा बंधन पर्व चला आ रहा है” स्वाभाविक रूप से वैक्रियक शरीर तो देव और नारकियो को…
[[श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार]] ==जिनेन्द्र वचन== center”2oopx]] जिनवचन-रसायनं दुरापं श्रुतियुगलांजलिना निपीयमानं ” विषय-विष-तृषामपास्य दूरं कमिह करोत्यजरामरं न भव्यम्””४०”” जिनेश्वर के वचन रसायन औषधि रूप हैं,ये महान भाग्य से मिलते हैं “इनको कर्णयुगलरूपी अंजुलियों से पीने वाला कौन भव्य विषय रूप विष की तीव्र प्यास को दूर करके अजर तथा अमर पदवी को नहीं प्राप्त करता है”वर्धमान चरित अत्ता-गम-तच्चाणं…
[[श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] ==नववर्ष मंगलमय हो == जिंदगी का एक वर्ष और कम हो चला कुछ ख्वाहिशें दिल में रह जाती हैं कुछ बिन मांगे मिल जाती हैं कुछ छोड़कर चले गए कुछ नए जुड़ेंगे इस सफर मैं कुछ मुझसे बहुत खफ़ा हैं कुछ मुझसे बहुत खुश हैं कुछ मुझे मिलकर भूल गए कुछ मुझे आज…
[[श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] ==गुरु की महिमा == center”200px]] G- Great U-Useful R- Respectable U- Unusal center”150px]]
[[श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] ==जिंदगी क्या है == जिंदगी एक गीत है ,इसे गुनगुनाइए ” जिंदगी एक गजल है ,गाइए ” जिंदगी एक यात्रा है ,पूर्ण कीजिये ” जिन्दगी एक चुनौती है ,इसे पूर्ण कीजिये ” जिन्दगी एक पहेली है ,इसे सुलझाइये ” जिन्दगी एक अवसर है,उपयोग कीजिये ” जिन्दगी एक वादा है ,इसे निभाइये ” जिन्दगी…
[[श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] ==असली धन== जब कोई बेटा या बेटी ये कहे कि मेरे माँ -बाप ही मेरे भगवान हैं -ये है असली धन जब कोई माँ-बाप अपने बच्चों के लिए ये कहें कि ये हमारे कलेजे की कोर हैं -ये है असली धन शादी के बीस साल बाद भी अगर पति-पत्नी एक दूसरे से कहें-I…
[[श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] ==गुरुभक्ति== जा घर गुरु की भक्ति नहीं ,संत नहीं मेहमान ” ता घर जम डेरा दिया ,जीवत भये मसान “” अर्थात् जिस घर में गुरु की भक्ति नहीं होती है और संत के चरण नहीं पड़ते हैं उस घर में बुराई ही अपना डेरा जमाकर बैठ जाती है “जीते -जागते लोगों के रहते…