उष्णयोनि (Ushnyoni)
उष्णयोनि (Ushnyoni) गोम्मटसार जीवकाण्ड की गाथा में गुणयोनि के भेद बताए है – ‘‘जम्मं खलु सम्मुच्छण , गब्भुववादा दु होदि तज्जोणी । सच्चित्त सीदसउडसेदर मिस्या य पत्तेयं ।। अर्थात् जन्म तीन प्रकार का होता है – सम्मूर्छन, गर्भ, और उपपाद तथा सचित्त , शीत, संवृत और इनमे उल्टी अचित्त, उष्ण , विवृत तथा तीनों की…