ग्लानि (Glani)
ग्लानि (Glani) संसार-श्रेष्ठ जिनभगवान, जिनवाणी और जैन ऋषियों को नमस्कार कर उद्दायन राजा की लिखता हूँ जिन्होनें सम्यक्तव के तीसरे निर्विचिकित्सा अंग का पालन किया है। उद्दायन रौरवक नामक शहर के राजा थे, जो कि कच्छ देश के अनति था। उद्दायन सम्यग्दृष्टि थे। जिन भगवान के सच्चे भक्त थे, प्रजा का उनपर बहुत प्रेम था…