उपशम सम्यक्त्व (Upsham samyaktv)
उपशम सम्यक्त्व (Upsham samyaktv) गोम्मटसार जीवकाण्ड ग्रन्थ में उपशम सम्यक्त्व का स्वरूप बताया है – ‘‘दंसण मोहुवसमदो, उप्पज्जइ जं पयत्थ सदृहणं । उवसमसमत्त्मिणं, पसण्ण मलपंकतोय समं । सम्यक्तव विरोधनी पाँच अथवा सात प्रकृतियों के उपशम से जो पदार्थों का श्रद्धान होता है उसको उपशमसम्यक्त्व कहते है । उपशम सम्यक्त्व के दो भेद है – प्रथमोपशम…