सूर्यवंष!
सूर्यवंश – Suryavamnsa. One of the Branch of Ikshvaku Dynasty initiated from Arkkirti. इक्ष्वाकु वंश की दो शाखाओं में एक शाखा सूर्यवंश की शाखा भरत चक्रवर्ती के पुत्र अर्ककीर्ति से प्रारम्भ हुई क्योकि अर्क नाम सूर्य का है।
सूर्यवंश – Suryavamnsa. One of the Branch of Ikshvaku Dynasty initiated from Arkkirti. इक्ष्वाकु वंश की दो शाखाओं में एक शाखा सूर्यवंश की शाखा भरत चक्रवर्ती के पुत्र अर्ककीर्ति से प्रारम्भ हुई क्योकि अर्क नाम सूर्य का है।
सूक्ष्म – Suksma. Micro particles or organism (invisible). जे इन्द्रियो के गोचर न हो
सुषेणा – Susenaa Mother’s name of Lord Sambhavnath. श्रावस्ती नगरी के राजा दृढराज की रानी एवं तीर्थकर संभवनाथ की माता ।
सूर्यरज -Suryaraja. Father’s name of Bali & Sugreev. बालि और सुग्रीव के पिता । बालि को राज्य दे तथा सुग्रीव को युवराज बनाकर पिहितमोह मुनि से दीक्षा ग्रहण की ।
सोम (लोकपाल) -Soma (Lokapaala). A type of protecting deity. प्रत्येक इन्द्र के पूर्वादि दिशाओं के रक्षक लोकपालों में प्रथम पूर्व दिशा का लोकपाल देव ।
सुरेन्द्र भूषण -Surendra bhusana. Name of a Bhattarak, the writer of ‘Rishipanchami Katha’ (a tale). देवेन्द्र भूषण के षिष्य ऋषि पंचमी कथा के रचयिता एक भट्टारक । समय ई0 स0 1703 – 1734 ।
सूर्यपत्तन – Suryapattana. Old name of present Surat city. वर्तमान सूरत शहर ।
सुहस्ति- Suhasti. Name of a governing deity of Swastik summit of Ruckak mountain. वरूचक पर्वतस्य स्वस्तिक कूट का स्वामी देव।
सोनागिरि (तीर्थ) – Sonagiri (Tirtha). Name a great Jaina mountaineous place of pilgrimage of M.P., from where crores of Munis (saints) including Nang & Anang got salvation. मध्यप्रदेश के दतिया जिले में पर्वत पर स्थित एक परम पावन सिद्धबोध जहां से नंग-अनंग कुमार साढे़ पाॅंच करोड़ मुनियों सहित मोक्ष पधारे । इस पर्वत की वंदना…
सूर्यग्रहण – Surya Grahana. Solar eclips. जैन भूगोल के अनुसार सूर्य और पृथ्वी के बीच में केतु ग्रह का मिान आ जाने पर सूर्य का ढॅंक जाना सूर्यग्रहण कहलाता है। यह प्रत्येक छह महीने में अमावस्या के दिन होता है। सूर्यग्रहण के समय कोई शुभ कार्य नही किये जाते है।