सुरप्रभ!
सुरप्रभ -Suriprabha. The 9th Tirthankar (Jaina-Lord) of Videh Kshetra (region). विदेह क्षेत्रस्थ 20 तीर्थकरों मं 9 वें तीर्थकर ।
सुरप्रभ -Suriprabha. The 9th Tirthankar (Jaina-Lord) of Videh Kshetra (region). विदेह क्षेत्रस्थ 20 तीर्थकरों मं 9 वें तीर्थकर ।
सुवर्णवती – Sivarnavati. Name of a river of Bharat Kshetra (region) भरत क्षेत्र की एक नदी ।
सुरम्या – Suramyaa. One of the 32 countries of Videh Kshetra (region) विदेह क्षेत्र के 32 देश में एक देश । अपरनाम रम्यक् इसकी प्रधान नगरी पद्यावती है।
सुलायणाचरिउ- Suloyanaachariu. Name of a book written in Apabhransh language by saint Devasen. संत देवसेन मुनि द्वारा (ई0 स0 1075) कृत अपभ्रंश भाषाबद्ध ग्रन्थ ।
सुभाशित तंत्र – Subhaasita Tamntra. Name of a spiritual treatise written by Aacharya Yogendudev. आचार्य यागेन्दुदेव कृत अध्यात्म विषयक अपभ्रंश भाषाबद्व एक ग्रन्थ । समय – ई0श0 6 ।
सुरदर्शन चरित्र – Sudarshana Charitra. Name of religious compositions separately written by Acharya Nayanandi in Apabhransh language & by Sakakirti in Sanskrit & by Bhattarak Vidyanandi. आचार्य नयनंदि (ई0 993.1043) कृत अपभ्रंश काव्य, सकलकीर्ति (ई0 1406-1442) कृत 900 श्लोक प्रमाण संस्कृत ग्रंथ, भटटारक विद्यानंदि (वि0 1538) कृत संस्कृत ग्रंथ ।
सुवज्र -Suvajra, Name of a vidyadhar king. एक विद्याधर, राजा वज्र का पुत्र और वज्रभृत का पिता ।
सुभद्र नाटिका – Subhadra Natikaa. A composition composed in Sanskrit by Hastimal (reg. story of Bharat & Subhadra). भरत-सुभद्रा प्रेम विषयक संस्कृत भाषाबद्ध हस्तिमल कृत एक रचना । समय ई0 1161 – 1181 ।
सुभद्रा – Subhadraa. The wife of Arjun The queen of Bharatesh Chakravarti (emperor), Mother of the 2nd Balbhadra vijay कृष्ण की बहन अर्जुन ने हरण कर इसके साथ विवह किया था जो अभिमन्यू की माॅं हुई और अन्त में दीक्षा ली । भरतेश चक्रवर्ती की रानी । दूसरे बलभद्र की जननी ।
सुवर्णप्रभ – Sivarnaprabha. Name of a northern place of Saumnas forest. सौमनस वन का उत्तर दिशावर्ती भवन। यह 15 योजन चोडा 25 योजन ऊॅंचा तथा 45 योजन की परिधि वाला है।