सुवक्त्र्ा -!
सुवक्त्र – Suvaktra. One with beautiful face, Name of a vidyadhar king. सुन्दर मुखवाला, एक विद्याधर यह विनमि का वंशज था । विद्युन्मुख का पुत्र और विद्युददंष्ट्र का पिता ।
सुवक्त्र – Suvaktra. One with beautiful face, Name of a vidyadhar king. सुन्दर मुखवाला, एक विद्याधर यह विनमि का वंशज था । विद्युन्मुख का पुत्र और विद्युददंष्ट्र का पिता ।
सुविशाल – Suvishal Name of the third heavenly aboding place of middle Graiveyak. Name of the 67th chief disciple of Lord Rishabhdev. Name of a heavenly aboding place of soudharma heaven. मध्यम ग्रैवेयक का तीसरा इन्द्रक विमान, वृषभदेव के 67 वें गणधर, सौधर्म स्वर्ग का एक विमान ।
सुभाषितार्णव – Subhashitarnav. A spiritual book written by Acharya Shubhchandra. आचार्य शुभचन्द्र (ई0 1516-1556) द्वारा रचित एक आध्यात्मिक ग्रंथ ।
सुवेशा – Suvesaa. Mother’s name of the third Balbhadra ‘Dharma’. धर्म नामक तीसरे बलभद्र की माता ।
सुवर्ण कुंभ – Suvarna Kumbha. Gold pitcherk Name of the initiation spiritual teacher of the first Baldev-vijay. सेने का कलश, प्रथम बलदेव विजय के दीक्षा गुरू ।
सुर्यप्रभा -Suryaprabha. Name of the 4th female divinity of the Surya, Name of the palanquin used for Lord Pushpadantnath सूर्य की 4 अग्रदेवियों (पट्ट देवियों) में चौथी देवी, तीर्थकर पुष्पदंतनाथ की दीक्षा शिविका, इसी में बैठकर ये दीक्षा लेने पुष्पक वन गये थे।
सुभद्र – Subhadra. A heavenly aboding place of middle graiveyak, A type of peripatetic deities, Name of a protecting peripatetic deity of Arunivar & Nandishvar islands. मध्यम ग्रैवेयक का एक इन्द्रक विमान, यक्ष जाति के वयंतर देवों का एक भेद, अरूणीवर द्वीप व नंदीश्वर द्वीप का रक्षक व्यन्तर देव ।
सुर्यप्रज्ञप्ति – Suryaprajnapti. A part of scriptural knowledge containin description about the Sun (reg. its age, movement, family etc.) अंगश्रुत का एक भेद। दृष्टिवाद के प्रथम भेद परिकर्म में 5 प्रज्ञप्तियों का वर्णन है, उसमे यह दूसरी प्रज्ञप्ति है। इसमें 5 लाख 3 हजार पदों के द्वारा सूर्य की आयु, परिवार, वैभव, गति आदि का…
सुवर्ण – Suvarna. A good colour, Golden, Gold, Name of a summit and a deity of Shikri mountain. अच्छा वर्ण, सुनहरा, सोना, तौल का एक प्रमाण, 2.5 धरण = 1 सुवर्ण या 1 कंस, शिखरी पर्वत का एक कूट तथा देव, अपरनाम कांचन ।
सुलोचना- Sulochana. Name of the chief Aryika (Ganini) in the Samavsharan(assembly) of Lord Parshvanath, The daughter of king akampan. भगवान पार्श्वनाथ के समवशरण की मुख्य आर्यिका (गणिनी) । अपरनाम सुलोका । राजा अकम्पन की पुत्री, स्वयंवर में भरत चक्रवर्ती के सेनापति जयकुमार ने इसका वण किया था ।