मारणांतिक कषाय!
मारणांतिक कषाय– Maarantik Kashaay. Passionful thoughts at the time of death. मरण के समय उत्पन्न होने वाली कषाय या परिणामो की कुशलता”
मारणांतिक कषाय– Maarantik Kashaay. Passionful thoughts at the time of death. मरण के समय उत्पन्न होने वाली कषाय या परिणामो की कुशलता”
मायाशक्ति– Maya Shakti. Power of illusion, a passion. कषाय की अनुभाग शक्ति की उपेक्षा प्रगटता,जो बांस की जड़, मेढे के सींग, गोमूत्र, खुरपा के सामान, उत्कृष्ट, अनुत्क्रष्ट, अजघन्य, जघन्य रूप है
मारणांत सल्लेखना–Maardaant Sallekhna. Fasting upto death to be performed by a saint. मरणकाल आने पर शास्त्रोक्त विधि से समाधिमरण करना
मान्यखेट–Manyakhet. Former name of a village in Hyderabad ‘Malkhera Gram’. निजाम हैदराबाद राज्य के अंतर्गत शोलापुर से 90 मील दक्षिण पूर्व में स्थित वर्तमान का मलखेड़ा ग्राम
मायाप्रायस्थिति– Mayaprayasthiti. An infraction meditative relaxation (an astonishing standing posture). कायोत्सर्ग का अतिचार; आशचयॉत्पाादक ढंग से खड़े होना”
मायाक्षर–Mayakshara. An auspicious super word causing prosperous life by meditation. ह्रीं,इस अक्षर के ध्यान से ऐश्वर्य आदि की प्राप्ति के साथ लोकाग्र स्थान भी प्राप्त होता है
धव Name of the initiation-tree of Lord Parshvanath. पद्मपुराण के अनुसार भगवान पार्श्वनाथ के दीक्षा वृक्ष का नाम, उत्तरपुराण के अनुसार दीक्षा वृक्ष देवदारू है।
माया शल्य– Maya Shalya. Deceitful behaviour – painful like a sting. बहार से अच्छा प्रदर्शित करते हुए मन में छल, कपट आदि रखना
मायानिद्रा–Maya Nidra. To cause unconsious sleep. मायामय नींद तीर्थकर के जन्म के समय शची इन्द्राणी तीर्थंकर माता को इसी नींद में सुलाकर प्रसूति गृह से जिनशिशु को बाहर लाकर अभिषेक हेतु इन्द्र को देती है
मारणांतिक समुद्घात– Maarantika Samudughat. The extrication of soul–points to the next birth state just before the death (related to the transmigratory state). मरण के समय अपने वर्तमान शरीर को न छोड़कर आगे जहां उत्पन्न होना है उस क्षेत्र तक आत्मा के प्रदेशों को फैलकर अन्तरमुहर्त तक रहना