सिकंदर!
सिकंदर – Sikamdara. A great warrior, the son of emperor Phillips Yunan & disciple of Arastu. यूनान के बादशाह फिलिप्स का पुत्र । अरस्तु का शिष्य, ई0 पू0 356 में इसका जन्म हुआ एवं ई0 पू0 323 में मृत्यु हुई ।
सिकंदर – Sikamdara. A great warrior, the son of emperor Phillips Yunan & disciple of Arastu. यूनान के बादशाह फिलिप्स का पुत्र । अरस्तु का शिष्य, ई0 पू0 356 में इसका जन्म हुआ एवं ई0 पू0 323 में मृत्यु हुई ।
सामायिक प्रतिमा – Samayika Pratima. The third model stage ofspiritual development of householders among all 11 श्रावक की 11 प्रतिमाओं में तीसरी प्रतिमा । विधिपूर्वक तीनों संख्या कालों में सामायिक करने की प्रतिज्ञा लेना ।
मार्दव धर्म–Maardav Dhram. Pridelessness, modesty or humility. 10 धर्मो में दूसरा धर्म मन वचन काय की कोमलता मान के कारण मिलाने पर भी अहंकार न होना”
मिथिलापुरी– Mithilapuri. The birth place of Lord Mallinath & Naminath. भगवान मल्लिनाथ एवं नमिनाथ का जन्म स्थान” इसे राजा जनक की राजधानी भी माना गया है”
मार्ग– Maarg. Way, Channel, Method, Doctrine, Path of salavation, Atype of peripatetic deities. जिसके द्वारा मार्गण किया जाता है वह मार्ग अर्थातपथ कहलाता है” पथ, उपाय, मोक्षमार्ग, रत्नत्रयधर्म, तालगत गाधर्व का एक भेद”
मिथ्या तप– Mithya Tap. False austerity. संसार का कारणभूत तप या आत्मज्ञान शून्य तप”
[[श्रेणी: शब्दकोष]] सिंधु (देष)- Sindhu (Desa). A country of Bharat Kshetra north Arya Khand (region), the maternal place (Nanihal) of Lord Mahavira. भरत क्षेत्र उत्तर आर्य खण्ड का एक देष । प्राचीन आगम ग्रंथों के अनुसार वैषाली इस देष की राजधानी थी, जो भगवान महावीर की ननिहाल थी ।
मार्गिणी–Maargrini. Name of the chief ‘Aryika’ (Ganini) in the assembly of lord Naminath. नमिनाथ भगवान के समवसरण की मुख्य आय्रिका (गणिनी) का नाम” दूसरा नाम मंगिनी है”
सारर्द्धद्वव्य द्वीप प्रज्ञप्ति- Sarddhadvaya Dvipa Prajnapti. Name of a book written by Acharya Amitgati. मधवसेन के शिष्य आचार्य अमितगति द्वारा रचित एक ग्रथ । समय -ई॰ 983.1023 ।
मित संभाषण– Mit Smbhashan. Worthful speech, substantial speech. अनर्थक बहुप्रलाप रहित वचन मित है” अर्थात्सीमित, सारगर्भित वचन बोलना”