दीक्षा प्रयोग विधि
दीक्षा प्रयोगविधि अथ वृहद्दीक्षायां लोचस्वीकारक्रियायां पूर्वाचार्यानुक्रमेण सकलकर्मक्षयार्थं भावपूजावन्दनास्तवसमेतं सिद्धभक्तिकायोत्सर्गं करोम्यहम्। (णमोकार मंत्र, चत्तारि मंगल, अड्ढाइज्जदीव’ आदि सामायिक दण्डक पृ. १४ से पढ़कर ९ बार महामंत्र जपकर ‘थोस्सामि’ स्तव पढ़कर पृ. २८ से सिद्धभक्ति पढ़ें) पुन:- अथ वृहद्दीक्षायां लोचस्वीकारक्रियायां पूर्वाचार्यानुक्रमेण सकलकर्मक्षयार्थं भावपूजावन्दनास्तवसमेतं योगिभक्ति कायोत्सर्गं करोम्यहम्। (पूर्ववत् सामायिक दण्डक, ९ बार महामंत्र जाप्य व थोस्सामि स्तव पढ़कर…