पद्मनंदीपञ्चविंशतिका पद्यानुवाद
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 पद्मनंदीपञ्चविंशतिका पद्यानुवाद मंगलाचरण ।।‘‘श्री ऋषभदेवाय नम:" ।। ।।"ॐ श्री महावीराय नम:’’।। ।।‘‘श्री ज्ञानमती मात्रे नम:’’।। ।।‘‘श्री रत्नमती मात्रे नम:’’।। मंगलाचरण श्री नाभिराज सुत ऋषभ को कोटि कोटि प्रणाम। पुन: ज्ञानमती मात का श्रद्धा से कर ध्यान।। जिनने पढ़ इस ग्रंथ को किया आत्मकल्याण। ऐसी माता...