09. पश्चिम पुष्करार्धद्वीप संबंधि तीर्थंकर पूजा
पूजा नं.—6 पश्चिम पुष्करार्धद्वीप संबंधि तीर्थंकर पूजा -अथ स्थापना ( गीता छंद )- वर अपर पुष्कर द्वीप में, जो पूर्व अपर विदेह हैं। उनमें जिनेश्वर विहरते, भविजन धरें मन नेह हैं।। उन चार तीर्थंकर जिनेश्वर, की करूँ इत थापना। पूजूँ अतुल भक्ती लिये, पाऊँ अचल पद आपना।।१।। ॐ ह्रीं अर्हं पश्चिमपुष्करार्धद्वीपसंबंधिपूर्वापरविदेहक्षेत्रस्थविहरमाण- श्रीवीरसेनमहाभद्रदेवयशोऽजितवीर्यनामचतुस्तीर्थंकरसमूह! …