भजन (सामूहिक नृत्य गीत)
भजन (सामूहिक नृत्य गीत) तर्ज-रंग बरसे भीगे चुनर वाली………….. रंग छलके ज्ञान गगरिया से रंग छलके…… हो………रंग छलके ज्ञान गगरिया से रंग छलके…..हो……।।टेक.।। जग को होली का रंग सुहाता-२ तुमको सुहाती ज्ञान गंग, जगत तरसे रंग छलके…..हो…..।।१।। जग को सुहाती, जयपुर की चुनरिया-२ तुम्हें भाती चरित्र चुनरिया, जो मन हरषे रंग छलके….हो……।।२।। जग को सुहाते,…