श्रवणबेलगोला चातुर्मास, सन् १९६५
श्रवणबेलगोला चातुर्मास, सन् १९६५ समाहित विषयवस्तु १. अद्भुत अलौकिक जिनबिम्ब दर्शन एवं प्रवास। २. रात्रि में प्रभु चरणों में ध्यान लगाया। ३. एक रात्रि में ध्यानकाल में जम्बूद्वीपादि रचनाओं के दर्शन हुए। ४. यहीं बाहुबली स्तोत्र एवं बाहुबली चरित्र की रचना की। ५. १५ दिन में कन्नड़ भाषा सीखी और कौशल प्राप्त किया। ६. जम्बूद्वीप…