भजन
भजन.. तर्ज-जिया बेकरार है…….. ऊंचा सा पहाड़ है, सिद्धों का दरबार है, ऋषभगिरि मांगीतुंगी की महिमा अपरम्पार है।।टेक.।। वैसे तो यह सिद्धक्षेत्र, प्राचीनकाल से पावन है-२ निन्यानवे कोटि मुनियों की, सिद्धभूमि मनभावन है-२।। पर्वत बड़ा विशाल है, इसकी नहीं मिशाल है, ऋषभगिरि मांगीतुंगी की महिमा अपरम्पार है।।१।। मांगीतुंगी में गणिनी श्री ज्ञानमती के चरण पड़े-२।…