सुदं मे आउस्संतो ! (श्रावक धर्म-हिन्दी अनुवाद)
सुदं मे आउस्संतो ! (श्रावक धर्म-हिन्दी अनुवाद) श्रीगौतमस्वामी कहते हैं— ‘‘पढमं ताव सुदं मे आउस्संतो।’’ हे आयुष्मन्तों भव्यों ! मैंने प्रथम ही सुना है। क्या सुना है ? ‘‘गिहत्थधम्मं’’ गृहस्थ धर्म सुना है। किनसे सुना है ? इह खलु— ‘‘भयवदा महदिमहावीरेण’’ यहां (विपुलाचल पर्वत पर) भगवान महतिमहावीर के श्रीमुख से सुना है। ये भगवान महावीर…