04. पंचामृत अभिषेक पाठ
पंचामृत अभिषेक पाठ (श्री पूज्यपाद आचार्य विरचित) (भावानुवादकर्त्री-आर्यिका ज्ञानमती) -शंभुछंद— अर्हंत देव को प्रणमन कर, जल से स्नान कर शुद्ध हुआ। सन्मंत्रस्नान व्रतस्नान कर, जिन गंधोदक से शुद्ध हुआ।। आचमन अर्घ कर धुले धवल, धोती व दुपट्टे को पहने। जिनमंदिर की त्रय प्रदक्षिणा कर, नमूँ शीश नत विधिवत् मैं।।१।। जिनगृह के द्वार खोल वेदी का,…