05. भक्तामर मण्डल विधान की आरती
भक्तामर मण्डल विधान की आरती -आर्यिका चन्दनामती भक्तामर मण्डल विधान की, आरति करलो आज। आदि प्रभो के दर्शन से ही, बनते सारे काज।। ओ जिनवर! हम सब उतारें तेरी आरती…………. कृतयुग के हे प्रथम जिनेश्वर, जग के तुम निर्माता। अषि मषि आदिक क्रिया बताकर, बन गए आदि विधाता।। जिनवर! हम सब उतारें तेरी आरती……….।।१।। कोड़ाकोड़ी…