नगर के बाहर का वर्णन
नगर के बाहर का वर्णन इंद्र के नगर के बाहर पाँच कोट-प्राकार माने गये हैं। उन्हें वेदी भी कहते हैं। इन पाँच प्राकारों के बीच-बीच में चार अंतराल हो जाते हैं अर्थात् प्रथम प्राकार और दूसरे प्रकार के मध्य में एक अन्तराल, दूसरे तीसरे के मध्य में दूसरा अंतराल, तीसरे-चौथे प्राकार के मध्य में तीसरा…