11.4 ध्यानी मुनि के साम्यभाव से जन्मजात विरोधी प्राणी भी शान्त होते हैं
ध्यानी मुनि के साम्यभाव से जन्मजात विरोधी प्राणी भी शान्त होते हैं आचार्य श्री शुभचन्द्रजी मुनियों के साम्यभाव का बहुत ही सुन्दर वर्णन करते हैं— प्रायः कुछ लोगों को यह भ्रान्ति हो जाती है कि मुनिगण सम्मोहन आदि के द्वारा अपने पास आए हुए क्रूर प्राणी को शांत करके अपनी महिमा प्रदर्शित करते हैं इस…