2.2 विश्वशांति प्रदाता-अहिंसा एवं सदाचार
विश्वशांति प्रदाता-अहिंसा एवं सदाचार संसार में प्रत्येक प्राणी सुख चाहता है और दु:ख से डरता है। इसी प्रकार सुख-शान्ति को प्राप्त करने के लिए मनुष्य भी रात-दिन प्रयास करता है, जिस प्रकार विश्वधर्म को प्रतिपादित करने वाले संत ने ऐसी सुख-शान्ति का यदि कोई मूल आधार माना है तो वह है-अंहसा और सदाचार अर्थात् जब…