44. भगवान के दर्शन से अनेक उपवासों का फल मिलता है
भगवान के दर्शन से अनेक उपवासों का फल मिलता है (ज्ञानमती_माताजी_के_प्रवचन) ॐ नम: सिद्धेभ्य: ॐ नम: सिद्धेभ्य: ॐ नम: सिद्धेभ्य:। आप लोग मंदिर में प्रवेश करते ही ॐ जय-जय-जय, नि:सही-नि:सही-नि:सही नमोऽस्तु-नमोऽस्तु-नमोऽस्तु बोलते हैं। इसमें ॐ जय और नमोऽस्तु का अर्थ तो लगभग सभी को पता होता है किन्तु ‘नि:सही’ का अर्थ प्राय: लोगों...