पद्म आदि सरोवर एवं देवियाँ (चार्ट नं.-२)
पद्म आदि सरोवर एवं देवियाँ (चार्ट नं.-२)
पद्म आदि सरोवर एवं देवियाँ (चार्ट नं.-२)
गंगा आदि नदियों के निकलने का क्रम पद्म सरोवर के पूर्व तट से गंगा नदी एवं पश्चिम तट से सिन्धु नदी निकली हैं। गंगा नदी पूर्व समुद्र में एवं सिन्धु नदी पश्चिम समुद्र में प्रवेश करती हैं। ये दोनों नदियाँ भरत क्षेत्र में बहती हैं। तथा इसी पद्म सरोवर के उत्तर तट से रोहितास्या नदी…
हिमवान पर्वत का वर्णन हिमवन नामक पर्वत १०५२ योजन (४२१०५२६ मील) विस्तार वाला है। इस पर्वत पर पद्म नामक सरोवर है। यह सरोवर १००० योजन लम्बा, ५०० योजन चौड़ा एवं १० योजन गहरा है। इसके आगे-आगे के पर्वतों पर क्रम से महापद्म, तििंगच्छ, केशरी, पुंडरीक, महापुंडरीक नाम के सरोवर हैं। पद्म सरोवर से दूनी लम्बाई,…
जम्बूद्वीप के भरत आदि क्षेत्रों एवं पर्वतों का प्रमाण भरत क्षेत्र का विस्तार जम्बूद्वीप के विस्तार का १९०वाँ भाग है। अर्थात् योजन अर्थात् २१०५२६३ मील है। भरत क्षेत्र के आगे हिमवन पर्वत का विस्तार भरत क्षेत्र से दूना है। इस प्रकार आगे-आगे क्रम से पर्वतों से दूना क्षेत्रों का तथा क्षेत्रों से दूना पर्वतों का…
जम्बूद्वीप का वर्णन इस मध्यलोक में १ लाख योजन व्यास वाला अर्थात् ४०००००००० (४० करोड़) मील विस्तार वाला जम्बूद्वीप स्थित है। जम्बूद्वीप को घेरे हुये २ लाख योजन विस्तार (व्यास) वाला लवण समुद्र है। लवण समुद्र को घेरे हुए ४ लाख योजन व्यास वाला धातकीखण्ड द्वीप है। धातकीखण्ड को घेरे हुए ८ लाख योजन व्यास…
मध्यलोक का वर्णन मध्यलोक १ राजू चौड़ा और १ लाख ४० योजन१ ऊँचा है। यह चूड़ी के आकार का है। इस मध्यलोक में असंख्यात द्वीप और असंख्यात समुद्र हैं। १. असंख्यातों योजनों का १ राजू होता है और १४ राजू ऊँचे लोक में ७ राजू में नरक एवं ७ राजू में स्वर्ग हैं। इन दोनों…
तीन लोक की ऊँचाई का प्रमाण तीन लोक की ऊँचाई १४ राजू प्रमाण है एवं मोटाई सर्वत्र ७ राजू है। तीन लोक के जड़ भाग से लोक की ऊँचाई का प्रमाण—अधोलोक की ऊँचाई · ७ राजू। इसमें ७ नरक हैं। प्रथम नरक के ऊपर की पृथ्वी का नाम चित्रा पृथ्वी है। ऊर्ध्व लोक की ऊँचाई…
सुगंधदशमी व्रत जम्बूद्वीप के विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी में शिवमंदिर नाम का एक नगर है। वहाँ का राजा प्रियंकर और रानी मनोरमा थी सो वे अपने धन, यौवन आदि के ऐश्वर्य में मदोन्मत्त हुए जीवन के दिन पूरे करते थे। धर्म किसे कहते हैं, वह उन्हें मालूम भी न था। एक समय सुगुप्त नाम के…