षट्खण्डागम विधान की आरती
षट्खण्डागम विधान की आरती तर्ज-चाँद मेरे आ जा रे…………… आज हम आरति करते हैं-२ षट्खण्डागम ग्रंथराज की, आरति करते हैं।।टेक.।। महावीर प्रभू के शासन का ग्रंथ प्रथम कहलाया। उनकी वाणी सुन गौतम-गणधर ने सबको बताया।। आज हम आरति करते हैं-२ वीरप्रभू के परम शिष्य की, आरति करते हैं।।१।। क्रम परम्परा से यह श्रुत, धरसेनाचार्य ने…