04.4 जैन न्याय की उपयोगिता
जैन न्याय की उपयोगिता प्रसिद्ध दार्शनिक सुकरात ने दर्शन को ‘ज्ञान के प्रति प्रेम’ कहा है। परम्परा से दर्शन को बुद्धि के प्रयोग द्वारा ज्ञान की खोज माना गया है। दर्शन का कार्य है कि वह धार्मिक विश्वास और नैतिक मान्यताओं के आधारों को प्रकाश में लाकर उनकी परीक्षा करे। विशिष्ट दार्शनिक क्रिया आलोचनात्मक…