38. मोक्षमार्ग
मोक्षमार्ग व्यवहार-निश्चय मोक्षमार्ग-सम्यग्दर्शन, सम्यग्ज्ञान और सम्यक्चारित्र इन तीनों की एकता व्यवहारनय से मोक्ष का कारण है और सम्यग्दर्शन-ज्ञान-चारित्रमयी निज आत्मा निश्चयनय से मोक्ष का कारण है क्योंकि आत्मा को छोड़कर अन्य द्रव्य में रत्नत्रय नहीं रहता है, इस कारण रत्नत्रयमयी आत्मा ही निश्चयनय से मोक्ष का कारण१ है। व्यवहार रत्नत्रय-जीवादि पदार्थों का श्रद्धान करना सम्यक्त्व…