23. राम—लक्ष्मण के प्रेम की परीक्षा
राम—लक्ष्मण के प्रेम की परीक्षा (२४७)इक दिन सुरपुर में इन्द्रों ने, दोनों की बहुत बड़ाई की।ना भ्रातप्रेम इनसा जग में, कह—कहकर बहुत दुहाई दी।।यह सुनकर देवों ने सोचा, चल करके करें परीक्षा हम ।देखें हम भी तो जा करवे, कितना इनकी बातों में दम।। (२४८)आ करके राजभवन में फिर, माया से रुदन मचाया था।मायानिर्मित मंत्रीगण…