20. दशलक्षण धर्म एवं क्षमावाणी पर्व
जो संसारी प्राणियों को दु:खों से निकालकर उत्तम सुख में पहुँचा दे उसे धर्म कहते हैं
यह पर्व वर्ष में तीन बार आता है (चैत्रमास और माघ मास)
वर्तमान मे भाद्रमास में ही सोलहकारण पर्व मनाने की परम्परा है
दशलक्षण धर्म क्षमा से शुरू होता है और क्षमा से ही समापन होता है