18. भगवान श्री शांतिनाथ जिनपूजा
भगवान श्री शांतिनाथ जिनपूजा स्थापना-गीता छंद हे शांतिजिन! तुम शांति के, दाता जगत विख्यात हो। इस हेतु मुनिगण आपके, पद में नमाते माथ को।। निज आत्मसुखपीयूष को, आस्वादते वे आप में। इस हेतु प्रभु आह्वान विधि से, पूजहूँ नत माथ मैं।।१।। ॐ ह्रीं श्री शांतिनाथजिनेन्द्र! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। …