दशलक्षण पर्व स्तुति
दशलक्षण पर्व स्तुति —प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका चन्दनामती पर्वराज पर्यूषण जग में है अनादि अनिधन माना। दशलक्षण के नाम से यह प्राचीन काल से है माना।। जैसे एक एक सीढ़ी चढ़ महल पे पहुँचा जाता है। वैसे ही दशधर्म पालकर मानव शिवपद पाता है।।१।। भादों माघ चैत्र महिने में तीन बार यह आता है। शुक्ला पंचमि से…