72. चारित्र से ही निर्वाण की प्राप्ति
चारित्र से ही निर्वाण की प्राप्ति चन्दनामती – पूज्य माताजी! वंदामि, माताजी! मैं आपसे जानना चाहती हूँ कि मोक्ष की प्राप्त का कारण क्या है? श्री ज्ञानमती माताजी – दर्शन, ज्ञान हैं प्रधान जिसमें ऐसा चारित्र इस जीव को देवेन्द्र, असुरेन्द्र और चक्रवर्ती के वैभव के साथ-साथ निर्वाण को प्राप्त करा देता है।’ चन्दनामती –…