08. जीव के पंच परिवर्तन
जीव के पंच परिवर्तन जीव के दो भेद हैं-संसारी और मुक्त। ‘‘चतुर्गतौ संसरणं संसार:’ चतुर्गति में संसरण करना-परिभ्रमण करना इसका नाम संसार है। ‘संसार एशां सन्ति ते संसारिण:’ यह संसार जिन जीवों के पाया जाता है, वे संसारी कहलाते हैं। संसार के ५ भेद हैं-द्रव्य संसार, क्षेत्र संसार, काल संसार, भव संसार और भाव संसार।…