19. अभक्ष्य किसे कहते हैं?!
अभक्ष्य किसे कहते हैं? जो भक्षण करने योग्य न हो, वे अभक्ष्य कहलाते हैं। स्वामी श्री समन्तभद्राचार्य ने अभक्ष्य को बतलाते हुए कहा है- त्रसहतिपरिहरणार्थम्, क्षौद्रं पिशितं प्रमादपरिहृतये।मद्यं च वर्जनीयं, जिनचरणौ शरणमुपयातै:।।८४।। जिनेन्द्रदेव के चरणयुगल की शरण लेने वाले श्रावक त्रस जीवों की हिंसा का परित्याग करने के लिए मधु और मांस का त्याग कर…