हरिक्षेत्र एवं निषध पर्वत का वर्णन
हरिक्षेत्र एवं निषध पर्वत का वर्णन हरिवर्ष क्षेत्र का विस्तार महाहिमवन् से दूना अर्थात् ८४२१-१/१९ योजन ३३६८४२१०-१०/१९ मील है। इस क्षेत्र में मध्यम भोगभूमि की व्यवस्था है। यह क्षेत्र हानि वृद्धि से रहित एक सदृश ही रहता है। इस क्षेत्र के बिल्कुल बीच में ‘विजयवान्’ नाम का नाभिगिरि स्थित है, उसका वर्णन ‘शब्दवान्’ नाभिगिरि के…