19. भूमिशोधन
भूमिशोधन (मंडप शुद्धि) दोहा घंटां ताल मृदंग ध्वनि, दुंदुभि वाद्य बजंत। जय जय मंगल ध्वनि करूँ, पुष्पांजलि विकिरंत।।१।। ॐ घंटादिवाद्यं उद्घोषयामि स्वाहा। (बाजों पर पुष्पांजलि क्षेपण कर घंटा, मंजीरा, ढोलक आदि बाजे बजाकर जय जय ध्वनि करें।) ॐ ह्रीं परमब्रह्मणे नमो नम:। स्वस्ति स्वस्ति जीव जीव नंद नंद वर्धस्व-वर्धस्व विजयस्व विजयस्व अनुशाधि अनुशाधि पुनीहि पुनीहि…