06. राजा दशरथ को वैराग्य
राजा दशरथ को वैराग्य (१५) इक दिवस सुनो राजा दशरथ, पूजन में तत्पर होते हैं। अष्टान्हिक महापर्व तक के, उपवास आठ वे रखते हैं।। चारों रानी के साथ—साथ, वे महामहिम उत्सव करते । मंगलवाद्यों की ध्वनियों से, गुणगान सदा किन्नर करते।। (१६) जब आठ दिनों के बाद सभी, रानी अंत:पुर पहुँच गयी। तब राजा दशरथ…