10.(3.7) आकाशद्रव्य-
आकाशद्रव्य- जीवादी द्रव्यों को नित ही, अवकाश दान के योग्य रहे। जिनदेव कथित आकाश द्रव्य, उसके भी हैं दो भेद कहे।। पहला है लोकाकाश कहा, औ दुतिय अलोकाकाश सही। बस एक अखण्ड द्रव्य के भी, दो भेद हुए कारणवश ही।।१९।। जीव, पुद्गल, धर्म, अधर्म और काल इन द्रव्यों को अवकाश देने में योग्य आकाश द्रव्य…