9.15 ‘‘सामाइयपदे चउवीसतित्थयरपदे वंदणपदे पडिक्कमणपदे पच्चक्खाणपदे काउसग्गपदे असीहियपदे णिसीहियपदे।।’’
‘‘सामाइयपदे चउवीसतित्थयरपदे वंदणपदे पडिक्कमणपदे पच्चक्खाणपदे काउसग्गपदे असीहियपदे णिसीहियपदे।।’’ अमृतवर्षिणी टीका सामायिक पद, चौबीस तीर्थंकर स्तवपद, वंदनापद, प्रतिक्रमण पद, प्रत्याख्यान पद, कायोत्सर्ग पद, असही पद और नि:सही पद हैं। इनमें जो अतिचार आदि दोष हुये हों उनका मैं प्रतिक्रमण करता हूँ। यह आगे से संबंधित है। इसमें जो सामायिक से लेकर कायोत्सर्ग तक मुनियों की छह…