9-10‘‘णमोक्कार पदे।’’
‘‘णमोक्कार पदे।’’ अमृतवर्षिणी टीका— णमोकार महामंत्र में संपूर्ण द्वादशांग समाविष्ट है। इस महामंत्र से ‘अ सि आ उसा ‘यह मंत्र सिद्धचक्र का मूलमंत्र है। अरिहंताणं का ‘अ’, सिद्धाणं का ‘सि’, आइरियाणं का ‘आ’, उवज्झायाणं का ‘उ’ और साहूणं का ‘सा’ ऐसे पाँचों पदों के आदि अक्षरों को लेकर ‘अ सि आ उ सा’ मंत्र बन…