12.7 समयसार भी आत्मा के साथ कर्म का सम्बन्ध मानता है
समयसार भी आत्मा के साथ कर्म का सम्बन्ध मानता है यूँ तो आचार्य श्री नेमिचन्द्र सिद्धान्तचक्रवर्ती ने गोम्मटसार में कहा है— पयडी सील सहाओ, जीवंगाणं अणाइसंबंधो। कणयोवले मलं वा, ताणत्थित्तं सयं सिद्धं।। अर्थात् जीव और कर्म का अनादिकाल से सम्बन्ध चला आ रहा है और यही उनका स्वभाव बन गया है। जिस प्रकार खान से…