3.3 धर्म और दर्शन
धर्म और दर्शन भारत एक धर्मप्रधान देश है। आदिकाल से ही यहाँ के अनेक तत्त्वचिंतकों ने जीवन और जगत् के तथ्यों को सत्य बताया है, उसके रहस्य को समझा है। व्यक्ति के सुख-दु:ख, लाभ-हानी, जीवन-मरण, संयोग-वियोग के सिद्धांतों पर उनका ध्यान गया। वह व्यक्ति के राग-द्वेषादिक द्वंद्वों तथा उसके जन्म और मृत्यु के चक्र से…