28. पाँच प्रकार के मुनि
पाँच प्रकार के मुनि पुलाक, वकुश, कुशील, निर्ग्रन्थ और स्नातक ये पाँच भेद निग्र्रन्थ मुनियों के होते हैं। पुलाक – जो उत्तरगुणों की भावना से रहित हैं, कहीं पर और कदाचित् व्रतों में परिपूर्णता को प्राप्त नहीं होते हैं, वे पुलाक मुनि कहलाते हैं। ये मुनि भावसंयमी ही हैं, द्रव्यलिंगी नहीं हैं। वकुश – जो निग्र्रंथ…