14. दहेज दो तो ऐसा दो
हमारे समाज में कन्या के विवाह के समय दहेज़ देने की परम्पराचली आ रही है |२०वीं शताब्दी में एक ऐसे दहेज़ की कहानी अविस्मरणीय रहेगी ,जिसने गणिनी ज्ञानमती माताजी जैसे महान रत्न समाज को प्रदान किया ,वह दहेज़ था -पूज्य माताजी की गृहस्थावस्था की माता मोहिनी देवी को ,उनके पिता के द्वारा दहेज़ में दिया गया पद्मनंदिपंचविंशतिका ग्रन्थ |