10.(7.3) उत्तम संयम धर्म
उत्तम संयम धर्म ‘समितिषु वर्तमानस्य प्राणींद्रिय परिहारस्संयम:१। ’ समिति में प्रवृत्त हुये मुनि जो प्राणी हिंसा और इन्द्रिय विषयों का परिहार करते हैं सो संयम है।’’ संयत मुनियों में प्राणी संयम और इन्द्रिय संयम की अपेक्षा दो भेद हैं। पाँच स्थावर और त्रस ऐसे षट्काय जीवों की रक्षा करना प्राणी संयम है और पाँच इन्द्रिय…