कैकेई द्वारा वरदान माँगना
कैकेई द्वारा वरदान माँगना (२०) यह त्याग—तपस्या की बातें, इस वय में ना शोभा देतां। हे पुत्र! अभी तुम राज्य करो, इस जग की वत्स यही रीति।। माँ को मत व्यथित करो बेटे, इस दुख को झेल न पायेगी। वह पुत्र मोह में पागल हो, यदि मृत्यु प्राप्त कर जायेगी।। (२१) तो दोष लगेगा तुमको…