शांतिनाथ चरित्र
शांतिनाथ चरित्र अनादिनिधन णमोकार महामंत्र णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं, णमो आइरियाणं। णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्व साहूणं।। ‘‘भगं पुण्यं अस्तीति भगवान्’’ अर्थात् भग का अर्थ है पुण्य, यह जिसके पूर्ण रूप से प्रकट हो गया है वह भगवान् कहलाते हैं। भगवान बनने के लिए कई भव पूर्व से पुरुषार्थ करना पड़ता है जो एक दिन…